नई दिल्ली, एकता में कितनी शक्ति होती है इसका उदाहरण श्रीलंकाई टीम ने रविवार को दुबई में विश्व को दिखा दिया। जिस टीम को एशिया कप का दावेदार तो छोड़ो सुपर-4 में पहुंचने के काबिल नहीं माना जा रहा था वो टीम एशिया की चैंपियन बन गई। इस टीम ने यह भी साबित कर दिया कि आपको किसी खिताब को जीतने के लिए बड़े खिलाड़ियों की नहीं बल्कि एक-दूसरे पर भरोसा और एकजुटता की जरूरत होती है।
भानुका राजपक्षे का इस टूर्नामेंट में बल्ला शांत था, लेकिन फाइनल मैच में उपयोगी नाबाद अर्धशतकीय पारी खेलकर अपनी टीम श्रीलंका को एशिया कप टी-20 की विजेता ट्राफी दिला दी। श्रीलंका ने फाइनल मैच में पाकिस्तान को 23 रनों से हरा दिया। श्रीलंका का स्कोर एक समय पांच विकेट पर 58 रन था और लग रहा था कि श्रीलंकाई टीम छोटे स्कोर में सिमट जाएगी, लेकिन उसने राजपक्षे की पारी की मदद से पाकिस्तान को 171 रनों का मजबूत लक्ष्य दिया। राजपक्षे ने 45 गेंदों में नाबाद 71 रनों की पारी खेली और इस दौरान छह चौके और तीन छक्के जड़े। उनका अच्छा साथ आलराउंडर वानिंदु हसरंगा ने दिया जिन्होंने 21 गेंदों में 36 रनों की पारी खेली। उन्होंने पांच चौके और एक छक्का लगाया।