शिमला, सुरेंद्र राणा, दुधारु पशुओं को अपना निशाना बनाने वाली लंपी स्कीन बीमारी देश भर में लगातार बढ़ती ही जा रही है और इसने हर तरफ हड़कंप मचा रखा है। मध्यप्रदेश हरियाणा समेत अन्य राज्यों को अपना निशाना बनाने के बाद अब इसका संक्रमण हिमाचल में भी फैल रहा है।

हिमाचल के ऊना, हमीरपुर और कांगड़ा जिले के बाद अब शिमला, सोलन और सिरमौर में भी पशु भी लंपी स्किन रोग की चपेट में आ गए हैं। प्रदेश में अभी तक 40 पशुओं की इस रोग से मौत हो चुकी है, जबकि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 590 पशुओं में लंपी स्किन रोग पाया गया है।

प्रदेश की राजधानी शिमला से सटे आनंदपुर और पंथाघाटी क्षेत्र में इससे 11 गायों की मौत हो गई है वहीं कई और पशु संक्रमित हो गए है।

प्रशासन हुआ अलर्ट, वेक्सीनेशन किया शुरू

इस बीमारी के सामने आने के बाद प्रशासन भी अलर्ट हो गया है और कई मेडिकल टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। बीमारी को कंट्रोल करने के लिए पशुपालन विभाग ने युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया। शिमला और पंथाघाटी में अधिकतर पशुओं की वैक्सीनेशन कर दी गई है। इससे बीमारी कुछ हद तक नियंत्रित हो गई है लेकिन पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है।

क्या है लंपी वायरस ?

लंपी त्वचा रोग एक ऐसी बीमारी है जो मच्छरों, मक्खियों, जूं एवं ततैयों की वजह से फैल सकती है। मवेशियों के एक दूसरे के संपर्क में आने और दूषित भोजन एवं पानी के जरिए भी ये दूसरे जानवरों में फैल सकती है। ये बीमारी बेहद घातक है और इससे जानवर की मौत भी हो सकती हैं। वहीं इस बीमारी के फिलहाल इंसानों में फैलने का कोई भी मामला सामने आया है।

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