पंजाब दस्तक, सुरेंदर राणा, ड्रग्स केस में पटियाला जेल में बंद अकाली नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया को बड़ा झटका लगा है। शुक्रवार को दूसरे जज ने इस पर सुनवाई से इनकार कर दिया। जस्टिस अनूप चितकारा और जस्टिस एमएस रामचंद्र की बेंच को यह केस भेजा गया था। जस्टिस चितकारा ने केस से खुद को अलग कर लिया है। इसके बाद यह केस चीफ जस्टिस को भेज दिया गया है। इससे पहले जस्टिस एजी मसीह ने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया था।
बिक्रम मजीठिया के खिलाफ पिछली कांग्रेस सरकार के वक्त केस दर्ज हुआ था। सुप्रीम कोर्ट से उन्हें चुनाव लड़ने तक जरूर राहत मिल गई। इसके बाद 24 फरवरी को उन्होंने सरेंडर कर दिया। तब से वह जेल में हैं। वह केस खारिज करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी गए थे। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें हाईकोर्ट जाने को कहा।
मजीठिया पर गंभीर आरोप
ड्रग्स केस में मजीठिया पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसमें कहा गया कि कनाडा के रहने वाले ड्रग तस्कर सतप्रीत सत्ता मजीठिया की अमृतसर और चंडीगढ़ स्थित सरकारी कोठी में भी ठहरते रहे। यहां तक कि मजीठिया ने उसे गाड़ी और गनमैन दे रखा था। मजीठिया चुनाव के लिए नशा तस्करों से फंड लेते रहे। इसके अलावा दबाव डालकर नशा दिलवाते रहे। नशा तस्करों के बीच समझौते करवाने का भी उन्हें आरोपी बनाया गया है। हालांकि अकाली दल इसे राजनीतिक बदला लेने की कार्रवाई करार देता रहा।