शिमला, सुरेन्द्र राणा,शिमला नागरिक सभा ने टूटू क्षेत्र में जन सुविधाओं की दयनीय हालत पर कड़ी चिंता व्यक्त की है। नागरिक सभा ने कहा है कि टूटू क्षेत्र में पानी तो पांचवें से सातवें दिन मिल रहा था परन्तु अब कूड़ा भी कई-कई दिनों तक नहीं उठ रहा है। नागरिक सभा ने कहा है कि नगर निगम शिमला के शिमला शहर में पानी व कूड़े के कुप्रबंधन के खिलाफ 15 जून को डीसी ऑफिस शिमला पर नागरिक सभा का प्रदर्शन होगा।
शिमला नागरिक सभा नेता व टूटू निवासी विजेंद्र मेहरा,हेमराज चौधरी,रजनी देवी,सौरभ कौंडल,राकेश कुमार,सुरजीत सिंह,मलकीयत सिंह,टेक चंद,संदीप वर्मा,विवेक कुमार,अनिल कुमार,संजीव कुमार,दीपक कुमार,कुंदन सिंह व रीता देवी आदि ने टूटू क्षेत्र में पांचवे से सातवें दिन पीने के पानी की आपूर्ति होने व पांच दिन बाद भी कूड़ा नहीं उठने पर कड़ा रोष ज़ाहिर किया है। उन्होंने टूटू में हर दिन पानी की आपूर्ति व हर रोज़ कूड़ा उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि टूटू में सब राम भरोसे है क्योंकि विजयनगर क्षेत्र में 10 जून से कूड़ा नहीं उठा है। पिछले पांच दिन से कूड़ा नहीं उठने से लोगों के घरों में कूड़े का अंबार लग गया है। विजयनगर क्षेत्र में डंपर के अभाव में अब जनता के पास कूड़े को कहीं खुले में फेंकने के अलावा और कोई चारा भी नहीं है। स्मार्ट सिटी की डींगें हांकने वाला नगर निगम शिमला जो बिलों में हर वर्ष दस प्रतिशत इज़ाफ़ा कर रहा है,वह न तो जनता को पानी की आपूर्ति कर पा रहा है और न ही घरों से कूड़ा उठा पा रहा है। एक तरफ भारी गर्मी का मौसम है और दूसरी तरफ कूड़े को खुले में फेंकने से बीमारियों का खतरा मंडराना भी तय है। हैरानी इस बात की है कि पानी और कूड़े की अव्यवस्था के मुद्दे पर कोई भी जनता की सुध लेने को तैयार नहीं है। यह नगर निगम की जनता के प्रति संवेदनहीनता है व बिना सुविधा के पूरा बिल लेकर जनता की जेबों पर डाका है। जब जनता पानी व कूड़े का हर दिन का बिल चुका रही है तो लोगों को हर दिन पानी की आपूर्ति होनी चाहिए व कूड़ा हर दिन निरन्तर उठना चाहिए। इस क्षेत्र में पहले भी कूड़ा हर रोज़ नहीं उठता है बल्कि तीसरे दिन ही उठता है। यह जनता से अन्याय है।
उन्होंने हैरानी व्यक्त की है कि हर दिन चौबीस घण्टे पानी देने की डींगें हांकने वाला नगर निगम शिमला टूटू क्षेत्र व शिमला की जनता को कई-कई दिनों तक पानी मुहैया नहीं करवा पा रहा है। पांच दिन बाद भी कूड़ा न उठने से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की पोल खुल गयी है। उन्होंने मांग की है कि जनता से उतने ही दिनों का बिल वसूला जाए जितने दिन उन्हें कूड़े की सुविधा उपलब्ध हुई। उनका बाकी बिल माफ होना चाहिए। उन्होंने पानी के मुद्दे पर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा संज्ञान लेने के कदम का स्वागत किया है व उम्मीद ज़ाहिर की है कि माननीय उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद शायद व्यवस्था सुधरेगी। उन्होंने कहा कि नगर निगम के पास आज भी 36 से 38 एमएलडी पानी की आपूर्ति हो रही है तो फिर टूटू व शिमला शहर के सभी क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति पांचवें से सातवें दिन क्यों हो रही है।
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