शिमला(सुरेन्द्र राणा); मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा में चुनावी साल में अपने इस कार्यकाल का पांचवां बजट पेश किया। बजट में सरकार ने समाज के हरवर्ग का ध्यान रखने का प्रयत्न किया है।
बजट में सामाजिक सुरक्षा पेंशन की दरें बढ़ाने की घोषणा की गई है। बजट घोषणा में वृद्धापेंशन के लिए आयु सीमा घटाकर 60 वर्ष हुई।इसमे आय सीमा में पूरी तरह से छूट मिलेगी। बजट में हरवर्ग को मिलने वाली पेंशन में वृद्धि की घोषणा की गई है। चुनावीं वर्ष में सरकार ने सभी वर्गों को लुभाने का प्रयत्न किया है।
सीएम ने कहा कि सरकार बनने के पश्चात यह पांचवा बजट है जो 51 हजार 365 करोड़ रुपये का है। कोविड से देश प्रदेश की आर्थिकी प्रभावित हुई है। 60 साल से अधिक आयु के लिए आयु सीमा में छूट के साथ पेंशन का प्रावधान किया गया है।
सामाजिक सुरक्षा पेंशन पर 1300 करोड़ खर्च किया जाएगा। दिहाड़ी में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है जो की ऐतिहासिक वृद्धि है। आंगनवाड़ी,आशा वर्कर के मानदेय में बढ़ोतरी की गई है। समाज के गरीब वर्ग को समर्पित यह बजट है। तंग आर्थिक स्थिति के बावजूद बजट में सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए बजट पेश किया है।
वन्ही विपक्ष ने इस बजट को सिरे से नकार दिया है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बजट में महंगाई रोजगार कर्मचारियों के मसले को लेकर सरकार ने कोई बात नही की। चुनावीं साल है चंद लुभावनी घोषणाओं के अलावा बजट में कुछ नही है।
बजट में ओपीएस आउट सोर्स कर्मियों को लेकर कोई बात नही हुई। किसी वर्ग को नियमित करने का कहीं जिक्र नही हुआ। प्रदेश में 14 लाख बेरोजगार हो गए हैं। 30 हजार भर्तियों को कैसे किया जाएगा यह नही बताया गया। सस्ती लोकप्रियता के लिए सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है। बजट में आंकड़ों का फर्जीवाड़ा है। शिखर की ओर हिमाचल के बजाए सिफर की ओर हिमाचल का यह बजट है। यह बजट लोगों की उम्मीदों को धराशायी करने वाला है।
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