शिमला(सुरेन्द्र राणा); नवंबर में हिमाचल प्रदेश में बनी पांच व देश में बनी 22 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। इसमें कोलेस्ट्रॉल, रक्तचाप, एलर्जी, एनेस्थीसिया व बैक्टीरियल फंगस की दवाएं दवाएं शामिल हैं। प्रदेश में जिन पांच दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं उनमें सिरमौर की एक व सोलन की तीन कंपनियों के सैंपल शामिल हैं।
सिरमौर के पांवटा साहिब की एक ही कंपनी के दो अलग-अलग दवाओं के सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के नवंबर माह के ड्रग अलर्ट में यह दवाएं मानकों पर सही नहीं पाई गई हैं। कुल 1102 दवाओं के सैंपल लिए गए थे, जिसमें 1080 सैंपल सही पाए गए, जबकि 22 सैंपल ठीक नहीं पाए गए।
सिरमौर के पांवटा साहिब की जीव लेबोरेटरी कंपनी की एलर्जी की लियोसिट्राजीन व उच्च रक्तचाप की एटनोलोल व आमलोडिपाइन टैबलेट, सोलन जिले के बद्दी के समीप संडोली गांव में स्थित हेल्थ बायोटेक कंपनी की बेहाशी की दवाई लिगनोकेन एंड एड्रेनालाइन इंजेक्शन, झाड़माजरी के सेलिब्रिटी बी फार्मा के कोलेस्ट्रॉल की दवा, कैल्शियम टैबलेट व झाड़माजरी औद्योगिक क्षेत्र की क्रेस लाइफ साइंस कंपनी की बैक्टीरियल फंगल की दवा एफलोकसीन मेट्रानिडाजोल दवाई मानकों पर खरी नहीं उतरी है।
राज्य ड्रग कंट्रोलर नवनीत मरवाह ने बताया कि सैंपल फेल होने वाले उद्योगों को नोटिस जारी कर बाजार से दवा वापस मंगाने को कहा गया है।
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